डिविडेंड क्या होता है? पूरी जानकारी हिंदी में
परिचय
आज के समय में जब लोग निवेश की दुनिया में कदम रखते हैं, तो कई शब्द सामने आते हैं जिनका सही मतलब समझना ज़रूरी होता है। ऐसा ही एक महत्वपूर्ण शब्द है "डिविडेंड"। अगर आप शेयर मार्केट में निवेश कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं, तो डिविडेंड के बारे में जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी है।
डिविडेंड क्या होता है?
डिविडेंड (Dividend) एक प्रकार का लाभांश होता है जो कोई कंपनी अपने शेयरधारकों को उनके निवेश पर देती है। जब कोई कंपनी मुनाफा कमाती है, तो वह उस मुनाफे का एक हिस्सा अपने शेयरधारकों के बीच बाँटती है — इसी को डिविडेंड कहा जाता है।
यह राशि कंपनी के प्रॉफिट से दी जाती है और इसका भुगतान नकद (Cash Dividend) या फिर अतिरिक्त शेयरों (Stock Dividend) के रूप में किया जा सकता है।
डिविडेंड कैसे काम करता है?
मान लीजिए आपने किसी कंपनी के 100 शेयर खरीदे हैं और वह कंपनी प्रति शेयर ₹5 का डिविडेंड देती है। तो आपको कुल ₹500 का डिविडेंड मिलेगा। यह कंपनी की तरफ से एक तरह का बोनस होता है क्योंकि आपने कंपनी में निवेश किया है और कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही है।
डिविडेंड के प्रकार
कैश डिविडेंड (Cash Dividend):
यह सबसे आम प्रकार का डिविडेंड है, जिसमें निवेशकों को सीधे उनके बैंक खाते में पैसा मिलता है।
स्टॉक डिविडेंड (Stock Dividend):
इसमें निवेशकों को अतिरिक्त शेयर दिए जाते हैं।
स्पेशल डिविडेंड (Special Dividend):
जब कंपनी को असाधारण लाभ होता है और वह एक बार में विशेष डिविडेंड देती है।
डिविडेंड क्यों महत्वपूर्ण है?
यह दर्शाता है कि कंपनी आर्थिक रूप से मजबूत है।
निवेशकों को नियमित आय मिलती है।
लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
डिविडेंड कब मिलता है?
डिविडेंड पाने के लिए निवेशक को "रिकॉर्ड डेट" और "एक्स-डिविडेंड डेट" का ध्यान रखना चाहिए। जो निवेशक रिकॉर्ड डेट तक कंपनी के शेयर होल्ड करता है, वही डिविडेंड पाने का हकदार होता है।
निष्कर्ष
डिविडेंड निवेशकों के लिए एक शानदार तरीका है कंपनियों के लाभ में हिस्सा पाने का। यह न केवल नियमित आय का स्रोत है, बल्कि यह यह भी संकेत देता है कि कंपनी का प्रदर्शन अच्छा है। यदि आप शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं, तो डिविडेंड देने वाली कंपनियों को ज़रूर ध्यान में रखें।
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